मै भाग्य हुं

 

मै भाग्य हुं मैं कर्म आधार से चलता हुं मै किसी का भाग्य 0000.1 नही बढा सकता या कम कर सकता हुं । मुझे बह्मा विष्णु शिव भी नही बदल सकते यहां तक की माता दुर्गा और बह्म ( ज्योती निरंजन )भी नही बदल‌ पाते और आगे की कहुं तो परबह्म और उसकी प्रकृति भी मेरा परिवर्तन नही कर सकती 

। 

बस सृष्टी में परमात्मा ही वो परमशक्ति है जो मेरा सारा लिखा काट करने मे समर्थ है और मेरे नियम से भी अधिक देने मे सक्षम है । 

और वह परमात्मा कबीर है  जो काशी , बनारस , वाराणसी में १२० साल रहकर संत की तरह रह कर गये अपने दोहो मे पुरी सृष्टी रचना और बह्मा विष्णु शिव की स्थिती बता कर गये । यही तत्व ज्ञान है जो आज तक आप क्या हमने भी नही सुना था https://www.jagatgururampalji.org/adhyatmik_gyan_ganga.pdf

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